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Showing posts from August, 2020

आत्मनिर्भर हिंदी कहानी । Aatmnirbhar Self Motivational Story.

Hello Friends,                 आज में आपके लिए बहुत ही interesting Story लेकर आया हूँ । जो आपको काफी हद तक Motivate करेगी ।इस कहानी से आप बहुत कुछ achive क्र सकते हो । आपको और भी बहुत सारी story पढ़ना हो तो हमारे ब्लॉगर के कहानी या Story वाले articale को जरूर देखें जिससे आप बहुत अच्छी - अच्छी कहानी पढ़ सकते हो । तो आपको में Story बताता हूं । यह story एक Self Motivational  कहानी है । जो  हमें आत्मनिर्भर बनाती है ।         Self Motivational Story आत्मनिर्भर हिंदी कहानी                         आत्मनिर्भर एक सर्कस में एक शेर था| उसे बहुत छोटी उम्र से ही जंगल से पकड़कर लाया गया था| शेर सर्कस में ही मालिक के हंटर के इशारों पर चलता था| मालीक के भर से सब कुछ करता था क्यों की बचपन से ही मालिक का भय उसके दिमाग में बता दिया गया था| सभी इन्सान सर्कस में उसके खेल को निर्भय होकर देखते थे| उसने अपने जीवन में कभी सीकर नहीं किया था इसलिए अपनी शक्तियों से वह परिचित नहीं था| उसे पता नहीं  था की जंगल में मालिक तो क्या उसका तमाशा बना रहे दर्शक भी उसकी एक दहाड़ सुनकर भाग जाएँगे| किसी

हलंत क्या है परिभाषा और उदाहरण । What is Halant , defination & example.

हेल्लो दोस्तों ,              आज आपको हम एक बहुत ही अच्छे Topic के बारे में बताने वाले है ।जिसका आप हिंदी वर्णमाला बहुत की कम उपयोग करते है हिंदी वर्णमाला में लिखते समय किसी भी तरह की गलती न हो इसके लिए हम इसका भी use करते है । आपको हमने पिछले topic में अनुस्वार विंदु , अनुनासिक चंद्रबिंन्दु के बारे में बताया है । अब आपको इस topic में हलंत के बारे में बताया जायेगा । * हिंदी वर्णमाला में हलंत क्या होता है । हलंत क्या है * हलंत की परिभाषा क्या है । तथा इसके क्या उदाहरण है । * हिंदी वर्णमाला में हलंत का Use यानिकी उपयोग कहा किया जाता है।  तो अब हम बात करते है अपने topic की  की हलंत क्या होता है। हलंत की परिभाषा - जब कभी व्यंजन का प्रयोग स्वर से रहित किया जाता है तब उसके नीचे एक तिरछी रेखा (्) लगा दी जाती है।यह रेखा हल कहलाती है।हलयुक्त व्यंजन हलंत वर्ण कहलाता है।जैसे-विद् या। हलंत किसी वर्ण के आधे होने का एक सूचक चिह्न है, जो उस वर्ण के नीचे लगाया जाता है, जैसे- पश्चात्। या शुद्ध व्यंजन जिसके उच्चारण में स्वर न मिला हो, हलंत कहलाता है। विशेष - व्यंजन दो रूप

अनुनासिक चंद्रबिंन्दु क्या होता है । What is anunasik chandrabindu ?

हेल्लो दोस्तों ,              आज हम बात करने वाले है अपने new Topic के बारे में अपना new Topic बहुत ही interesting है । जिसे हम आसानी से समझ सकते है ।हम उसका प्रतिदिन उपयोग करते है पर हमें उसके बारे में ज्यादा नही पता होता है तो आज हम उसी Topic के बारे में बात करने वाले है । पिछले Topic में हमने अनुस्वार विंदु के बारे में जाना था ।अब हम अनुनासिक चंद्रबिंदु के बारे में जानेंगे । की यह क्या होता है । * अनुनासिक चंद्रबिंदु क्या होता है ? अनुनासिक चंद्रबिंन्दु * इस अनुनासिक चंद्रबिंदु का प्रयोग (Use) कहा पर किया जाता है  तो अब हम बात करते है अपने topic की  अनुनासिक (चंद्रबिन्दु) की परिभाषा - चंद्रबिन्दु (अनुनासिक) वे शब्द जिनका उच्चारण नाक और मुँह दोनों से होता है, उन्हे अनुनासिक कहते हैं।जिन स्वरों के उच्चारण में मुख के साथ-साथ नासिका की भी सहायता लेनी पड़ती है। अर्थात् जिन स्वरों का उच्चारण मुख और नासिका दोनों से किया जाता है वे अनुनासिक कहलाते हैं। जब किसी स्वर का उच्चारण नासिका और मुख दोनों से किया जाता है तब उसके ऊपर चंद्रबिंदु (ँ) लगा दिया जाता है। जैसे-हँसन

अनुस्वार बिंदु क्या है । What is Anuswar Bindu ?

नमस्कार दोस्तों,              आपको हिंदी वर्णमाला में सारी जानकारी अच्छे से प्राप्त हो रही होगी । आपको हम बहुत ही सरल और आसान तरीके से बता रहे है । आप उन्हें एक बार Read करके दोवारा भूल नही सकते है क्यूकी हिंदी वर्णमाला की समस्त जानकारी बहुत ही सरल  शब्दों में सिखायी जा रही है । आपको हर topic में अच्छे से समझाया जा रहा है और कुछ भी परेशानी या समस्या हो तो आप निश्चिन्त होकर पूछ सकते हो । हमने आपको हिंदी वर्णमाला में  नीचे दिए गए topics के बारे में बताया है आप उन्हें दोवारा Read करना चाहते है या पढ़ना चाहते है तो उन्हें Click कीजिये जिससे आप उन्हें दोवारा पढ़ सकते है । * हिंदी वर्णमाला क्या है  परिभाषा  और  भेद , *  हिंदी वर्णमाला में स्वर (Vowle) क्या होते है इनके क्या भेद है । * व्यंजन (Consonant ) क्या होते इनके क्या भेद है । * हिंदी वर्णमाला में अघोष - सघोष क्या होते है * हिंदी वर्णमाला में अल्पप्राण - महाप्राण क्या होते है इन्हें कैसे परिभाषित करते है । * हिंदी वर्णमाला में विसर्ग क्या होता है  इसकी क्या परिभाषा है और इसका उदाहरण क्या है। अब आपको Next Topic

हिंदी वर्णमाला में विसर्ग क्या होता है। What is Vishrg.

हेल्लो दोस्तों,                  आपको हमारे द्वारा सिखायी जा रही हिंदी वर्णमाला के सारे Aritical   समझ में आ रहे होंगे ।और आपको पढ़ने में भी आसानी हो रही होगी जिससे आप उसे  आसानी से समझ पा रहे होंगे । पिछले Topic में मैने आपको हिंदी वर्णमाला के अल्पप्राण - महाप्राण व्यंजन के बारे में बताया था । i Hope अपने उसे अच्छे से समझा होगा और आप उसे एक बार और Read करना चाहते जो तो में नीचे उसकी link दे देता हूं आप उसे भी  दोवारा Read कर सकते हो । * अल्पप्राण - महाप्राण व्यंजन क्या है इन्हें कैसे परिभाषित कर सकते है ।  इसके बाद हमारा Next Topic है जिसकी आज हम बात करने वाले है वो है । विसर्ग क्या होता है ? इसी के ऊपर आज  हमारा Topic है। जिसके बारे में हम चर्चा करने वाले है । *  हिंदी वर्णमाला में विसर्ग  ( Visharg) क्या होता है । विसर्ग क्या होता है । * विसर्ग की परिभाषा (Defination ) क्या है और इसका उदाहरण क्या है । तो चलिए अब बात करते है विसर्ग की -  * विसर्ग की परिभाषा इसका उच्चारण ह् के समान होता है।इसका चिह्न (:) है।जैसे-अतः, प्रातः। सामान्यतः संस्कृत में विस

अल्पप्राण - महाप्राण क्या होते है।

हेल्लो दोस्तों,       आपको मैंने पिछली Post में हिंदी वर्णमाला के अघोष - सघोष के बारे में बताया था i Hope आपको वह Post अच्छी लगी होगी और उससे आपको जानकारी प्राप्त हुई होगी ।  * अघोष - सघोष क्या होते है?  हिंदी वर्णमाला में बहुत से topic ऐसे है जिन्हें कोई नही बताता है हम उन Topic को समय -समय पर आपके सामने प्रस्तुत करते रहेंगे । और आपको हिंदी वर्णमाला की सारी जानकारी बताते रहेंगे ।  हिंदी वर्णमाला को शुरू से पढ़ने के लिए हमारे Blogger के Label हिंदी व्याकरण या Hindi Grammer  की First Post   को देखे। जिससे आपको समझने में बहुत ही आसानी होगी । या फिर आप नीचे दी गई Link को भी Click करके भी देख सकते हो । * हिंदी वर्णमाला क्या होती है इसकी परिभाषा और इसके क्या भेद है। * हिंदी वर्णमाला में स्वर ( Vowel ) क्या होते है और इनके क्या भेद है । * हिंदी वर्णमाला में व्यंजन (Consonant) क्या होते है और इनके क्या भेद है । * इसके  आलावा हिंदी वर्णमाला में अघोष - सघोष क्या होते है । आप इन Link को Click करके इन्हें Read कर सकते हो । अब बात करते है Next Topic के बारे में की  हिंदी

अघोष - सघोष क्या होते है ।

नमस्कार दोस्तों,                     आपको मैंने  बहुत ही अच्छे और आसान तरीके से  हिंदी वर्णमाला के बारे में बताया है। जिससे आप अच्छे से जान गए होंगे । आपको मैंने * हिंदी वर्णमाला क्या है ,इसकी परिभाषा क्या है,और इसके क्या भेद है । * हिंदी वर्णमाला में स्वर  (Vowel) क्या है, यह क्या होते है ,और इसके क्या भेद है । * और हिंदी वर्णमाला में व्यंजन (Consonant) क्या है और इसके क्या भेद है । इन Topic को बहुत अच्छे से Clear किया है । यदि आप इन्हें दोवारा Read करना चाहते हो तो आप इन Topic के ऊपर Click कीजिये और इन्हें दोवारा पढ़ सकते हो। इन Topic को Clear करने के बाद हमारा Next Topic आता है कि  ‌*  हिंदी वर्णमाला में अघोष - सघोष क्या होते है                    अघोष - सघोष क्या होते है । तो आपको में इस Topic में अघोष - सघोष के बारे में बताऊंगा - कम्पन के आधार पर हिंदी वर्णमाला के दो भेद होते हैं। 1.अघोष व्यंजन 2.सघोष व्यंजन अघोष व्यंजन     इनकी संख्या 13 होती है। क, ख, च, छ, ट, ठ, त, थ, प, फ, श, ष, स सघोष व्यंजन:   इनकी संख्या 31 होती है। इसमे

स्वर एवं व्यंजन क्या है। What is Vowels & Consonant ?

हेल्लो दोस्तों ,                    I Hope आप सभी अच्छे होंगे । और हमेशा अच्छे रहिये i mean हमेशा Happy रहिये।  आज में हिंदी वर्णमाला में स्वर (vowel) एवं व्यंजन (Consonant) के बारे में बात  करने वाला हूँ । मेने स्वर (Vowel) और व्यंजन (Consonant) की पोस्ट upload कर दी है आप उन्हें Read कर सकते हो । और आपको हिंदी वर्णमाला में जो स्वर और व्यंजन से Related  जो भी doubt हो Comment करके पुछ सकते हो । में आपके doubt को और अच्छे से clear कर दूंगा। स्वर एवं व्यंजन क्या है मेने  स्वर (Vowel) और व्यंजन (Consonant) की Link दे दी है आप Link को Click करके देख सकते हो । की  *  हिंदी वर्णमाला में स्वर (Vowel) क्या होते है और इसके क्या भेद है । * हिंदी वर्णमाला में व्यंजन (Consonant) क्या होते है और इसके क्या भेद है । आप इन link को click करके देख सकते है । इसके अलावा हमारे ब्लॉगर में Tousrist ,Health, Technology, से related artical & Motivational Story भी upload है जिससे आप खुद को Motivate रख सकते हो । और हमारे Blogger की New Post पाने के लिए हमारे ब्लॉगर को Subscribe जरू

व्यंजन क्या है तथा इसके भेद क्या है । What is Consonant & it's type.

नमस्कार दोस्तों ,                   आज   में आपको बताऊंगा की हििंदी वर्णमाला मेंं व्यंजन  क्या होता  है ।  पिछले Topic मेने आपको स्वर (vowel) के बारे में बताया था और उसके भेद भी बताए थे । I Hope की अपने उसके ध्यानपूर्वक पढ़ा होगा और आपको अच्छे से समझ में भी आया होगा ।और यदि नही आया हो तो कोई बात नही Friends . में आपको उसकी लिंक दे दूंगा जिससे आप उसे दोवारा पढ़ सकते है । तो में बात करता हूँ आज के टॉपिक की व्यंजन के बारे में । * हिंदी वर्णमाला में व्यंजन क्या होता है । what is Consonant . * व्यंजन के भेद क्या है .its types. * व्यंजन की परिभाषा : -  जो वर्ण स्वरों की सहायता से बोले जाते हैं उन्हें व्यंजन कहते हैं। हर व्यंजन के उच्चारण में अ स्वर लगा होता है। अ के बिना व्यंजन का उच्चारण नहीं हो सकता। ऐसे वर्ण जिसका उच्चारण बिना किसी दूसरे वर्ण – अर्थात् स्वर से मिले बिना नही किया जा सकता, व्यंजन कहलाते है।ऊपर ‘क’ से लेकर ‘ह’ तक के सारे वर्ण व्यंजन कहलाते है। व्यंजनों की संख्या 33 होती है, जबकि कुल व्यंजन 35 होते हैं। दो उच्छिप्त व्यंजन एवं दो अयोगवाह होते हैं।

स्वर क्या है तथा इसके भेद क्या है । What is Vowels & it's type.

नमस्कार दोस्तों,                       में आपको हिंदी वर्णमाला के स्वर के बारे में बताऊंगा की स्वर क्या होता है । पिछले टॉपिक में आपको मेने हिंदी वर्णमाला के वर्ण के बारे में बताया था तथा इसके भेद भी बताए थे । उसकी Link में इस टॉपिक में भी दे दूंगा आप उसे फिर से पढ़ सकते हो ।  * स्वर क्या होता है ? What is Vowels. *इसके क्या भेद है ? What It's Type. *  स्वर की परिभाषा :-   जिन वर्णों को स्वतंत्र रूप से बोला जा सके उसे स्वर कहते हैं। परम्परागत रूप से स्वरों की संख्या 13 मानी गई है लेकिन उच्चारण की दृष्टि से 10 ही स्वर होते हैं।‘स्वर’ का अर्थ है, ऐसा वर्ण जिसका उच्चारण अपने आप हो सके, जिसको उच्चारण के लिए दूसरे वर्ण से मिलने की आवश्यकता न हो। स्वरों का दूसरा नाम ‘अच्’ भी है। स्वर क्या है तथा इसके भेद क्या है  उच्चारण   के   आधार   पर   स्वर :   अ, आ , इ , ई , उ , ऊ , ए , ऐ , ओ , औ आदि। लेखन   के   आधार   पर   स्वर :   अ, आ, इ , ई , उ , ऊ , ए , ऐ , ओ , औ , अं , अ: , ऋ आदि। * स्वर के भेद :- स्वर के  2 भेद है   1.  मूल स्वर । 2. सँ

हिंदी वर्णमाला परिभाषा एवं भेद ।

नमस्कार दोस्तों ,                 आज में आपको हिंदी व्याकरण के बारे में बताऊंगा की    *  हिंदी व्याकरण में  वर्ण क्या होता है ?  *  हिंदी व्याकरण की परिभाषा क्या है ? * वर्ण के कितने भेद है ?  तो चलिए दोस्तों में आपको हिंदी व्याकरण के बारे में सारी या समस्त जानकारी दूंगा । हमारे ब्लॉगर पर हिंदी व्याकरण के टॉपिक Availabale है आप उन्हें भी पढ़ सकते हो । तो चलिए आपको हिंदी व्याकरण के बारे में बताता हूं । हिंदी वर्णमाला परिभाषा एवं भेद * वर्णमाला की परिभाषा :-     हिंदी भाषा की सबसे छोटी इकाई ध्वनि होती है। इसी ध्वनि को ही वर्ण कहा जाता है। वर्णों को व्यवस्थित करने के समूह को वर्णमाला कहते हैं। हिंदी में उच्चारण के आधार पर 45 वर्ण होते हैं। इनमें 10 स्वर और 35 व्यंजन होते हैं। लेखन के आधार पर 52 वर्ण होते हैं इसमें 13 स्वर, 35 व्यंजन तथा 4 संयुक्त व्यंजन होते हैं। जिन वर्णों का उच्चारण करते समय साँस, कंठ, तालु आदि स्थानों से बिना रुके हुए निकलती है, उन्हें 'स्वर' कहा जाता है। व्यंजन जिन वर्णों का उच्चारण करते समय साँस कंठ, तालु आदि स्थानों से रुककर निकलती

काबिलियत की पहचान । हिंदी कहानी।

Hello friends,     आज में आपको एक कहानी बताता हूं जो आपको बहुत अच्छी लगेगी और वह बहुत जीवन में काम में आने वाली है जो आपको Motivate करती रहेगी । वह कहानी है काबिलियत तो उसका अर्थ भी जान लीजिए फिर में आपको कहानी सुनाता हूं। काबिलियत  का  हिंदी  में मतलब: सक्षम होने की गुणवत्ता या स्थिति; ability प्रदर्शन करने की शक्ति, चाहे शारीरिक, नैतिक, बौद्धिक, परंपरागत, या कानूनी; क्षमता; कौशल या योग्यता; शक्ति, कौशल, ।                  काबिलियत काबिलियत की पहचान किसी जंगल में एक बहुत बड़ा तालाब था। तालाब के पास एक बागीचा था, जिसमे अनेक प्रकार के पेड़ पौधे लगे थे। दूर- दूर से लोग वहाँ आते और बागीचे की तारीफ करते। गुलाब के पेड़ पे लगा पत्ता हर रोज लोगों को आते-जाते और फूलों की तारीफ करते देखता, उसे लगता की हो सकता है एक दिन कोई उसकी भी तारीफ करे। पर जब काफी दिन बीत जाने के बाद भी किसी ने उसकी तारीफ नहीं की तो वो काफी हीन महसूस करने लगा। उसके अन्दर तरह-तरह के विचार आने लगे—” सभी लोग गुलाब और अन्य फूलों की तारीफ करते नहीं थकते पर मुझे कोई देखता तक नहीं, शायद मेरा जीवन किसी काम का नह

चाँद पर खरगोश Motivational Story in Hindi.

नमस्कार दोस्तों,                     आज में फिर से आपके लिए कहानी लेकर आया हूँ जिससे आपको पढ़ने में बहुत आनंद आएगा और आपको एक अच्छी सी सिख भी मिलेगी । तो चलिए आपको कहानी के बारे में बताता हूँ।            ★  चाँद पर खरगोश ★ चाँद पर खरगोश motivational Story             बहुत समय पहले गंगा किनारे एक जंगल में चार दोस्त रहते थे, खरगोश, सियार, बंदर और ऊदबिलाव। इन सभी दोस्तों की एक ही चाहत थी, सबसे बड़ा दानवीर बनना। एक दिन चारों ने एक साथ फैसला लिया कि वो कुछ-न-कुछ ऐसा ढूंढकर लाएंगे, जिसे वो दान कर सकें। परम दान करने के लिए चारों मित्र अपने-अपने घर से निकल गए। ऊदबिलाव गंगा तट से लाल रंग की सात मछलियां लेकर आ गया। सियार दही से भरी हांडी और मांस का टुकड़ा लेकर आया। उसके बाद बंदर उछलता-कूदता बाग से आम के गुच्छे लेकर आया। दिन ढलने को था, लेकिन खरगोश को कुछ नहीं समझ आया। उसने सोचा अगर वो घास का दान करेगा, तो उसे दान का कोई लाभ नहीं मिलेगा। यह सोचते-सोचते खरगोश खाली हाथ वापस चला गया। खरगोश को खाली हाथ लौटते देख उससे तीनों मित्रों ने पूछा, “अरें! तुम क्या दान करोगे? आज ही के

कांच और हीरा हिंदी कहानी। Glass & Diamond Hindi Story.

Hello Friends, आज में आपके लिए एक कहानी लेकर आया हु जो आपको बहुत motivate करेगी और आपको अच्छी भी लगेगी जिससे आप बहुत कुछ सिख सकते हो ।                     | काँच और हीरा | Glass & Diamond एक राजा का दरबार लगा हुआ था। क्योंकि सर्दी का दिन था इसलिये राजा का दरवार खुले में बैठा था। पूरी आम सभा सुबह की धूप में बैठी थी। महाराज ने सिंहासन के सामने एक टेबल जैसी कोई कीमती चीज रखी थी। पंडित लोग दीवान आदि सभी दरवार में बैठे थे। राजा के परिवार के सदस्य भी बैठे थे। उसी समय एक व्यक्ति आया और प्रवेश मागा, प्रवेश मिल गया तो उसने कहा मेरे पास दो वस्तुए है मै हर राज्य के राजा के पास जाता हूँ और अपनी बात रखता हूँ कोई परख नही पाता सब हार जाते है और मैं विजेता बनकर घूम रहा हूँ अब आपके नगर में आया हूँ। राजा ने बुलाया और कहा क्या बात है तो उसने दोनो वस्तुये टेबल पर रख दी बिल्कुल समान आकार समान रुप रंग समान प्रकाश सब कुछ नख सिख समान राजा ने कहा ये दोनो वस्तुए एक है तो उस व्यक्ति ने कहा हाँ दिखाई तो एक सी देती है लेकिन है भिन्न। इनमे से एक है बहुत कीमती हीरा और एक है काँच का ट

Swachhta स्वच्छता। Story in Hindi .

हेल्लो दोस्तों ,                                 आज एक बहुत अच्छी कहानी है जो की स्वच्छता पर आधारित है । आपको यह बहुत अच्छी लगेगी और आपको लाइफ में clening में cofortabal feel कराएगी और आपको यह कहानी पसन्द भी आएगी । तो हम बात करते है कहानी की जिसका topic ही स्वच्छता है ।                           स्वच्छता                      C leanliness एक किसान ने एक बिल्ली पाल रखी थी। सफेद कोमल बालों वाली बिल्ली। रात को वह किसान की खाट पर ही उसके पैरों के पास सो जाती थी। किसान जब खेत पर से घर आता तो बिल्ली उसके पास दौड़ कर जाती और उसके पैरों से अपना शरीर रगड़ती, म्याऊँ -म्याऊँ करके प्यार दिखलाती। किसान अपनी बिल्ली को थोड़ा सा दूध और रोटी देता था। किसान का एक लड़का था। वह बहुत आलसी था। रोज नहाता भी नहीं था। एक दिन किसान के लड़के ने अपने पिता से कहा- ‘पिता जी! आज रात को मैं आपके साथ सोऊँगा।’ किसान बोला- ‘नहीं! तुम्हें अलग खाट पर ही सोना चाहिये।’ लड़का कहने लगा- ‘बिल्ली को तो आप अपनी ही खाट पर सोने देते हैं, परंतु मुझे क्यों नहीं सोनेदेते?’ किसान ने कहा- ‘तुम्ह