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Showing posts with the label भक्ति भावना

केदारनाथ मंदिर।केदारनाथ धाम।बद्रीनाथ मंदिर।बद्रीनाथ दर्शन।बद्रीनाथ धाम।केदारनाथ और बद्रीनाथ में अंतर।Differnece Between Kedarnath & Badrinath.

  Hello Friends,                  केदारनाथ और बद्रीनाथ में क्या अंतर है: एक रोचक एवं विस्तृत जानकारी:- केदारनाथ और बद्रीनाथ भारत में हिन्दुओं के सबसे पवित्र स्थानों में अपना स्थान रखते हैं। हर हिन्दू की आस्था और इच्छा रहती है इन दोनों तीर्थ स्थानों का अपने जीवन में कम से कम एक बार दर्शन अवश्य करें। दोनों ही मंदिर उत्तराखंड राज्य के गढ़वाल हिमालय क्षेत्र के दुर्गम इलाकों में स्थित हैं।  प्रतिकूल जलवायु के कारण दोनों ही मंदिरों के कपाट को हर वर्ष लगभग छह महीने के लिए बंद करना पड़ता है। आज के इस पोस्ट में हम इन दोनों मंदिरों के इतिहास, स्थापना, स्थिति के अतिरिक्त और भी बहुत कुछ जानेंगे। इसके साथ हीं इन दोनों ही मंदिरों के बीच क्या अंतर है उसे जानने का प्रयास करेंगे। केदारनाथ मंदिर   केदारनाथ केदारनाथ मंदिर भारत के सबसे प्रसिद्ध तीर्थ स्थलों में से एक है। यह एक शिव मंदिर है और बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है। इसकी गणना हिन्दुओं के चार धामों और पंचकेदार में होती है। यह तीन विशाल पर्वतों से घिरा और मंदाकनी नदी के किनारे स्थित एक अत्यंत सुन्दर और मनमोहक स्थान है। केदारनाथ मंदिर की स्थापना

हनुमान चालीसा। श्री हनुमान चालीसा। Hanuman Chalisa। Hanuman Chalisa in Hindi ।

भक्ति भावना              श्री हनुमान चालीसा हनुमान चालीसा दोहा :   श्रीगुरु चरन सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारि। बरनऊं रघुबर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि।।  बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन-कुमार। बल बुद्धि बिद्या देहु मोहिं, हरहु कलेस बिकार।।    चौपाई :   जय हनुमान ज्ञान गुन सागर। जय कपीस तिहुं लोक उजागर।। रामदूत अतुलित बल धामा। अंजनि-पुत्र पवनसुत नामा।।   महाबीर बिक्रम बजरंगी। कुमति निवार सुमति के संगी।।   कंचन बरन बिराज सुबेसा। कानन कुंडल कुंचित केसा।।   हाथ बज्र औ ध्वजा बिराजै। कांधे मूंज जनेऊ साजै।   संकर सुवन केसरीनंदन। तेज प्रताप महा जग बन्दन।।   विद्यावान गुनी अति चातुर। राम काज करिबे को आतुर।।   प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया। राम लखन सीता मन बसिया।।   सूक्ष्म रूप धरि सियहिं दिखावा। बिकट रूप धरि लंक जरावा।।   भीम रूप धरि असुर संहारे। रामचंद्र के काज संवारे।।   लाय सजीवन लखन जियाये। श्रीरघुबीर हरषि उर लाये।।   रघुपति कीन्ही बहुत बड़ा

भगवान विष्णु के 10 अवतार कोन-कोन से है ,एवं उनका वर्णन ?

HELLO Friends आज हम भगवान विष्णु  के 10 अवतार के बारे में बात करेंगे और जानेंगे वह कोन कोन से है तो चलिये हम जान लेते है कि वह कोनसे 10 अवतार है - https://coffee4cup.blogspot.com/?m=1 जैसा कि हम अच्छी तरह जानते हैं कि भगवान विष्णु ने समय की आवश्यकता के अनुसार अपने अवतार को बदल दिया है .. भगवान विष्णु के सबसे लोकप्रिय 10  अवतार निम्नलिखित हैं विष्णु के 10 अवतारों की सूची के विभिन्न में संस्करण मौजूद हैं प्रति क्षेत्र और परंपरा में भिन्नता है कुछ सूचियों में कृष्ण को आठवां अवतार बुद्ध का नौवां अवतार माना गया है प्रत्येक अवतार से जुड़े मिथक समय की एक विशिष्ट अवधि का संदर्भ देते हैं जब उन्हें सबसे अधिक आवश्यकता होती थी।  कुछ लोग इसे ब्रह्मांडीय चक्र या समय-आत्मा के रूप में संदर्भित करते हैं।  उदाहरण के लिए, पहला अवतार, मत्स्य, नौवें अवतार, बलराम से बहुत पहले उतरा।  हाल की पौराणिक कथाओं में कहा गया है कि बलराम भगवान बुद्ध रहे होंगे।  उनके अवतारों की सूची इस प्रकार है 1.   मत्स्य अवतार।   - मत्स्य को वह अवतार कहा जाता है जिसने पहले मनुष्य, साथ ही साथ पृथ्वी के अन्य जीवों को भीषण