नमस्कार दोस्तों ,
आज में आपको बताऊंगा की हििंदी वर्णमाला मेंं व्यंजन क्या होता है । पिछले Topic मेने आपको स्वर (vowel) के बारे में बताया था और उसके भेद भी बताए थे । I Hope की अपने उसके ध्यानपूर्वक पढ़ा होगा और आपको अच्छे से समझ में भी आया होगा ।और यदि नही आया हो तो कोई बात नही Friends . में आपको उसकी लिंक दे दूंगा जिससे आप उसे दोवारा पढ़ सकते है । तो में बात करता हूँ आज के टॉपिक की व्यंजन के बारे में ।
* हिंदी वर्णमाला में व्यंजन क्या होता है । what is Consonant .
* व्यंजन के भेद क्या है .its types.
* व्यंजन की परिभाषा : -
जो वर्ण स्वरों की सहायता से बोले जाते हैं उन्हें व्यंजन कहते हैं। हर व्यंजन के उच्चारण में अ स्वर लगा होता है। अ के बिना व्यंजन का उच्चारण नहीं हो सकता। ऐसे वर्ण जिसका उच्चारण बिना किसी दूसरे वर्ण – अर्थात् स्वर से मिले बिना नही किया जा सकता, व्यंजन कहलाते है।ऊपर ‘क’ से लेकर ‘ह’ तक के सारे वर्ण व्यंजन कहलाते है। व्यंजनों की संख्या 33 होती है, जबकि कुल व्यंजन 35 होते हैं। दो उच्छिप्त व्यंजन एवं दो अयोगवाह होते हैं।
व्यंजन क्या है तथा इसके भेद क्या है |
* व्यंजनों के भेद : -
- स्पर्श व्यंजन
- अन्तस्थ व्यंजन
- उष्म व्यंजन
स्पर्श व्यंजन: क से लेकर म तक होते हैं। इनकी संख्या 25 होती हैं। प्रत्येक वर्ग में पांच अक्षर होते हैं।
क वर्ग : क ख ग घ ङ
च वर्ग : च छ ज झ ञ
ट वर्ग : ट ठ ड ढ ण
त वर्ग : त थ द ध न
प वर्ग : प फ ब भ म
अन्तस्थ व्यंजन: इनकी संख्या 4 होती है।
य, र, ल, व
उष्म व्यंजन: इनकी संख्या भी 4 होती है।
श, ष, स, ह
* यह भी पढ़े : -
उच्छिप्त व्यंजन: यह 2 होते हैं।
ढ़, ड़
इनको द्विगुण व्यंजन भी कहा जाता है।
संयुक्त व्यंजन
क्ष - क् + ष्
त्र - त् + र्
ज्ञ - ज् + ञ्
श्र - श् + र्
तो दोस्तों केसी लगी आपको पोस्ट. i Hope यह आपको समझ में आया होगा और हिंदी वर्णमाला से सम्बंधित कोई भी परेशानी हो तो आप हमें comment करके बताइये हम उसे भी अच्छे से clear करेंगे । हमारी नई Post की जानकारी पाने के लिए हमारे blogger को Follow कीजिये ।
धन्यवाद 👍
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