Skip to main content

स्वर क्या है तथा इसके भेद क्या है । What is Vowels & it's type.

नमस्कार दोस्तों,




                     में आपको हिंदी वर्णमाला के स्वर के बारे में बताऊंगा की स्वर क्या होता है । पिछले टॉपिक में आपको मेने हिंदी वर्णमाला के वर्ण के बारे में बताया था तथा इसके भेद भी बताए थे । उसकी Link में इस टॉपिक में भी दे दूंगा आप उसे फिर से पढ़ सकते हो । 


* स्वर क्या होता है ? What is Vowels.

*इसके क्या भेद है ? What It's Type.

*  स्वर की परिभाषा :-  जिन वर्णों को स्वतंत्र रूप से बोला जा सके उसे स्वर कहते हैं। परम्परागत रूप से स्वरों की संख्या 13 मानी गई है लेकिन उच्चारण की दृष्टि से 10 ही स्वर होते हैं।‘स्वर’ का अर्थ है, ऐसा वर्ण जिसका उच्चारण अपने आप हो सके, जिसको उच्चारण के लिए दूसरे वर्ण से मिलने की आवश्यकता न हो। स्वरों का दूसरा नाम ‘अच्’ भी है।

स्वर क्या है तथा इसके भेद क्या है
स्वर क्या है तथा इसके भेद क्या है 



उच्चारण के आधार पर स्वर: अ, आ , इ , ई , उ , ऊ , ए , ऐ , ओ , औ आदि।
लेखन के आधार पर स्वर: अ, आ, इ , ई , उ , ऊ , ए , ऐ , ओ , औ , अं , अ: , ऋ आदि।

* स्वर के भेद :- स्वर के  2 भेद है 

 1.  मूल स्वर ।

2. सँयुक्त स्वर ।

मूल स्वर: अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ए, ओ
संयुक्त स्वर: ऐ (अ +ए) और औ (अ +ओ)

मूल स्वर के भेद :-

मूल स्वर के तीन भेद होते है।
  • ह्रस्व स्वर
  • दीर्घ स्वर
  • प्लुत स्वर
ह्रस्व स्वर- जिन स्वरों के उच्चारण में कम-से-कम समय लगता हैं उन्हें ह्रस्व स्वर कहते हैं। ये चार हैं- अ, इ, उ, ऋ। 'ऋ' की मात्रा (ृ) के रूप में लगाई जाती है तथा उच्चारण 'रि' की तरह होता है। इन्हें मूल स्वर भी कहते हैं।

 *  यह भी जाने : -


दीर्घ स्वर- जिन स्वरों के उच्चारण में ह्रस्व स्वरों से दुगुना समय लगता है उन्हें दीर्घ स्वर कहते हैं। सरल शब्दों में- स्वरों उच्चारण में अधिक समय लगता है उन्हें दीर्घ स्वर कहते है।
दीर्घ स्वर सात होते है -आ, ई, ऊ, ए, ऐ, ओ, औ। दीर्घ स्वर दो शब्दों के योग से बनते है।

जैसे- आ =(अ +अ )
ई =(इ +इ )
ऊ =(उ +उ )
ए =(अ +इ )
ऐ =(अ +ए )
ओ =(अ +उ )
औ =(अ +ओ )

प्लुत स्वर- जिन स्वरों के उच्चारण में दीर्घ स्वरों से भी अधिक समय लगता है उन्हें प्लुत स्वर कहते हैं। प्रायः इनका प्रयोग दूर से बुलाने में किया जाता है। सरल शब्दों में- जिस स्वर के उच्चारण में तिगुना समय लगे, उसे 'प्लुत' कहते हैं। इसका चिह्न (ऽ) है। इसका प्रयोग अकसर पुकारते समय किया जाता है। जैसे- सुनोऽऽ, राऽऽम, ओऽऽम्।
हिन्दी में साधारणतः प्लुत का प्रयोग नहीं होता। वैदिक भाषा में प्लुत स्वर का प्रयोग अधिक हुआ है। इसे 'त्रिमात्रिक' स्वर भी कहते हैं।


तो दोस्तों केसी लगी आपको मेरी ये पोस्ट हमे comment करके बताइये। और आपको हिंदी वर्णमाला की सारी जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी जिसके लिए हमारे ब्लॉगर को जरूर follow करे जिससे आपको हमारी नई Post की जानकारी मिलती रहे ।


       धन्यवाद 👍

Comments

Popular posts from this blog

हलंत क्या है परिभाषा और उदाहरण । What is Halant , defination & example.

हेल्लो दोस्तों ,              आज आपको हम एक बहुत ही अच्छे Topic के बारे में बताने वाले है ।जिसका आप हिंदी वर्णमाला बहुत की कम उपयोग करते है हिंदी वर्णमाला में लिखते समय किसी भी तरह की गलती न हो इसके लिए हम इसका भी use करते है । आपको हमने पिछले topic में अनुस्वार विंदु , अनुनासिक चंद्रबिंन्दु के बारे में बताया है । अब आपको इस topic में हलंत के बारे में बताया जायेगा । * हिंदी वर्णमाला में हलंत क्या होता है । हलंत क्या है * हलंत की परिभाषा क्या है । तथा इसके क्या उदाहरण है । * हिंदी वर्णमाला में हलंत का Use यानिकी उपयोग कहा किया जाता है।  तो अब हम बात करते है अपने topic की  की हलंत क्या होता है। हलंत की परिभाषा - जब कभी व्यंजन का प्रयोग स्वर से रहित किया जाता है तब उसके नीचे एक तिरछी रेखा (्) लगा दी जाती है।यह रेखा हल कहलाती है।हलयुक्त व्यंजन हलंत वर्ण कहलाता है।जैसे-विद् या। हलंत किसी वर्ण के आधे होने का एक सूचक चिह्न है, जो उस वर्ण के नीचे लगाया जाता है, जैसे- पश्चात्। या शुद्ध व्यंजन जिसके उच्चारण में स्वर न मिला हो, हलंत कहलाता है। विशेष - व्यंजन दो रूप

Games Name in Hindi. भारत के प्रमुख खेलों के नाम।

Hello Friends ,                 प्रसिद्ध खेलों के नाम Games Name In Hindi- यह आर्टिकल  Games Name In Hindi  खेलों के नाम (Sports Name In Hindi) और उनके बारे में सामान्य जानकारी पर है। दुनिया में कई प्रकार के गेम्स है जो व्यापक स्तर पर खेले जाते है। खेलों से मानसिक और शारीरिक विकास होता है। खेल इंडोर और आउटडोर दोनों प्रकार के होते है। खेलों में टीम या व्यक्तिगत स्पर्धा भी होती है। तो आइए कुछ प्रसिद्ध गेम के नाम (Games Ke Naam) जानने का प्रयास करते है। खेलों के नाम Games Name In Hindi भारत के प्रमुख खेलों के नाम 1.   फुटबॉल   (Football) – यह दुनिया का सबसे ज्यादा लोकप्रिय खेल है। फुटबॉल दुनिया का प्रत्येक देश खेलता है। इसको खेलने के लिए 11 खिलाड़ियों की आवश्यकता होती है। इसमें फुटबॉल नामक बॉल होती है। 2.  क्रिकेट (Cricket) – क्रिकेट खेल में 11 खिलाड़ी होते है। यह खासकर एशियाई देशों में ज्यादा लोकप्रिय है। भारत क्रिकेट खेल का सिरमौर है। क्रिकेट बेट और बॉल का खेल है। 3.  हॉकी (Hockey) – हॉकी खेल में खिलाड़ियों की संख्या 11 होती है। ओलंपिक में हॉकी खेली

समास और संधि में क्या अंतर है । संधि और समास में अंतर बताइए। Difference between sandhi and samas।

नमस्कार दोस्तों,                 आज में आपको हिंदी व्याकरण के सबसे अच्छे Topic के बारे में बताने वाला हूँ जो आपको Hindi Grammar  में बहुत मदद करेगा । वो Topic है आपका संधि और समास  में अंतर । दोस्तों, में आपको संधि और समास में अंतर बताऊंगा जिसे आप काफी अच्छे से जानेंगे और बहुत आसान भाषा में समझ जाओगे । तो आपको में इनके बीच अंतर बताता हूं -       संधि का शाब्दिक अर्थ होता है मेल। संधि में उच्चारण के नियमों का विशेष महत्व होता है। इसमें दो वर्ण होते हैं इसमें कहीं पर एक तो कहीं पर दोनों वर्णों में परिवर्तन हो जाता है और कहीं पर तीसरा वर्ण भी आ जाता है। संधि किये हुए शब्दों को तोड़ने की क्रिया विच्छेद कहलाती है। संधि में जिन शब्दों का योग होता है उनका मूल अर्थ नहीं बदलता। जैसे – पुस्तक +आलय = पुस्तकालय।              सन्धि और समास में अन्तर संधि-समास में अंतर सन्धि  और  समास  का अन्तर इस प्रकार है- (i) समास में दो पदों का योग होता है; किन्तु सन्धि में दो वर्णो का। (ii) समास में पदों के प्रत्यय समाप्त कर दिये जाते है। सन्धि के लिए दो वर्णों के मेल