नमस्कार दोस्तों,
आज हम कविता पढ़ेंगे ।और वो भी कवियों द्वारा लिखी गई कविताओं को हम पढ़ेंगे।और आज हम सबसे ज्यादा प्रसिद्ध कवि रामधारी सिंह दिनकर की कविता पढ़ेंगे।
राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की कविताएं ( ramdhari singh dinkar poems in hindi ) वीरता, विद्रोह और क्रांति के शब्दों से भरी हुई हैं। रामधारी सिंह दिनकर जी की कविताएं व्यक्ति को निराशावाद से आशावाद की ओर ले जाती हैं।
दिनकर जी द्वारा लिखित कविताओं में से महत्वपूर्ण और प्रसिद्ध कविताएं और कविताओं के अंश यहां ( ramdhari singh dinkar poems ) प्रस्तुत किए गए हैं।
~ कलम, आज उनकी जय बोल ~
कलम |
जला अस्थियाँ बारी-बारी
चिटकाई जिनमें चिंगारी,
जो चढ़ गये पुण्यवेदी पर
लिए बिना गर्दन का मोल
कलम, आज उनकी जय बोल।
जो अगणित लघु दीप हमारे
तूफानों में एक किनारे,
जल-जलाकर बुझ गए किसी दिन
माँगा नहीं स्नेह मुँह खोल
कलम, आज उनकी जय बोल।
पीकर जिनकी लाल शिखाएँ
उगल रही सौ लपट दिशाएं,
जिनके सिंहनाद से सहमी
धरती रही अभी तक डोल
कलम, आज उनकी जय बोल।
अंधा चकाचौंध का मारा
क्या जाने इतिहास बेचारा,
साखी हैं उनकी महिमा के
सूर्य चन्द्र भूगोल खगोल
कलम, आज उनकी जय बोल।
THANK YOU for reading Ramdhari Singh Dinkar poems रामधारी सिंह दिनकर की कविताएं .
आपको केसी लगी यह poem Comment करके जरूर बताये और आपको यह poem अच्छी लगी हो तो अपने दोस्तों को भी share करे ।और भी artical पढ़ने के लिए हमारे ब्लॉगर को read करे।जिसमे विभिन प्रकार के लेबल है जिसमे आप अपने मन पसंद Topic को पढ़ सकते है।
धन्यवाद 👍
Comments
Post a Comment