Skip to main content

कीमती पत्थर की कहानी। Story of Precious Stone.




Hello Friends,

                      आज में आपको एक कहानी सुनाऊंगा जो motivational भी है और inspirational भी है जिससे आपको बहुत कुछ सिखने को मिलेगा तो में आपको बो कहानी या story सुनाता हूं -

Precious Stone


एक युवक कविताएँ लिखता था, लेकिन उसके इस गुण का कोई मूल्य नहीं समझता था | घरवाले भी उसे ताना मारते रहते कि तुम किसी काम के नहीं, बस कागज काले करते रहते हो | उसके अन्दर हीन-भावना घर कर गयी| उसने एक जौहरी मित्र को अपनी यह व्यथा बतायी| जौहरी ने उसे एक पत्थर देते हुए कहा – जरा मेरा एक काम कर दो | यह एक कीमती पत्थर है | कई तरह के लोगो से इसकी कीमत का पता लगाओ , बस इसे बेचना मत | युवक पत्थर लेकर चला गया| वह पहले एक कबाड़ी वाले के पास गया | कबाड़ी वाला बोला – पांच रुपये में मुझे ये पत्थर  (Stone)दे दो |

फिर वह सब्जी वाले के पास गया | उसने कहा तुम एक किलो आलू के बदले यह पत्थर दे दो , इसे मै बाट की तरह इस्तेमाल कर लूँगा | युवक मूर्तिकार के पास गया| मूर्तिकार ने कहा – इस पत्थर से मै मूर्ति बना सकता हूँ , तुम यह मुझे एक हजार में दे दो | आख़िरकार युवक वह पत्थर लेकर रत्नों के विशेषज्ञ के पास गया | उसने पत्थर को परखकर बताया – यह पत्थर बेशकीमती हीरा है जिसे तराशा नहीं गया | करोड़ो रुपये भी इसके लिए कम होंगे | युवक जब तक अपने जौहरी मित्र के पास आया , तब तक उसके अन्दर से हीन भावना गायब हो चुकी थी | और उसे एक सन्देश मिल चुका था |


Moral: हमारा जीवन बेशकीमती है , बस उसे विशेषज्ञता के साथ परखकर उचित जगह पर उपयोग करने की आवश्यकता है|

I Hope आपको यह स्टोरी या कहानी बहुत पसंद आयी होगी और अछि भी लगी होगी और आपको इस कहानी से बहुत कुछ सिखने को मिला होगा इसी तरह की motovational कहानी के लिए हमारे ब्लॉगर के articles  को पढ़ते रहिये और हमारे ब्लॉगर पर बहुत सारी जानकारी भी uplabhdh है ।
 
                  Thanks 👍

Comments

Post a Comment

Popular posts from this blog

हलंत क्या है परिभाषा और उदाहरण । What is Halant , defination & example.

हेल्लो दोस्तों ,              आज आपको हम एक बहुत ही अच्छे Topic के बारे में बताने वाले है ।जिसका आप हिंदी वर्णमाला बहुत की कम उपयोग करते है हिंदी वर्णमाला में लिखते समय किसी भी तरह की गलती न हो इसके लिए हम इसका भी use करते है । आपको हमने पिछले topic में अनुस्वार विंदु , अनुनासिक चंद्रबिंन्दु के बारे में बताया है । अब आपको इस topic में हलंत के बारे में बताया जायेगा । * हिंदी वर्णमाला में हलंत क्या होता है । हलंत क्या है * हलंत की परिभाषा क्या है । तथा इसके क्या उदाहरण है । * हिंदी वर्णमाला में हलंत का Use यानिकी उपयोग कहा किया जाता है।  तो अब हम बात करते है अपने topic की  की हलंत क्या होता है। हलंत की परिभाषा - जब कभी व्यंजन का प्रयोग स्वर से रहित किया जाता है तब उसके नीचे एक तिरछी रेखा (्) लगा दी जाती है।यह रेखा हल कहलाती है।हलयुक्त व्यंजन हलंत वर्ण कहलाता है।जैसे-विद् या। हलंत किसी वर्ण के आधे होने का एक सूचक चिह्न है, जो उस वर्ण के नीचे लगाया जाता है, जैसे- पश्चात्। या शुद्ध व्यंजन जिसके उच्चारण में स्वर न मिला हो, हलंत कहलाता है। विशेष - व्यंजन दो रूप

Games Name in Hindi. भारत के प्रमुख खेलों के नाम।

Hello Friends ,                 प्रसिद्ध खेलों के नाम Games Name In Hindi- यह आर्टिकल  Games Name In Hindi  खेलों के नाम (Sports Name In Hindi) और उनके बारे में सामान्य जानकारी पर है। दुनिया में कई प्रकार के गेम्स है जो व्यापक स्तर पर खेले जाते है। खेलों से मानसिक और शारीरिक विकास होता है। खेल इंडोर और आउटडोर दोनों प्रकार के होते है। खेलों में टीम या व्यक्तिगत स्पर्धा भी होती है। तो आइए कुछ प्रसिद्ध गेम के नाम (Games Ke Naam) जानने का प्रयास करते है। खेलों के नाम Games Name In Hindi भारत के प्रमुख खेलों के नाम 1.   फुटबॉल   (Football) – यह दुनिया का सबसे ज्यादा लोकप्रिय खेल है। फुटबॉल दुनिया का प्रत्येक देश खेलता है। इसको खेलने के लिए 11 खिलाड़ियों की आवश्यकता होती है। इसमें फुटबॉल नामक बॉल होती है। 2.  क्रिकेट (Cricket) – क्रिकेट खेल में 11 खिलाड़ी होते है। यह खासकर एशियाई देशों में ज्यादा लोकप्रिय है। भारत क्रिकेट खेल का सिरमौर है। क्रिकेट बेट और बॉल का खेल है। 3.  हॉकी (Hockey) – हॉकी खेल में खिलाड़ियों की संख्या 11 होती है। ओलंपिक में हॉकी खेली

समास और संधि में क्या अंतर है । संधि और समास में अंतर बताइए। Difference between sandhi and samas।

नमस्कार दोस्तों,                 आज में आपको हिंदी व्याकरण के सबसे अच्छे Topic के बारे में बताने वाला हूँ जो आपको Hindi Grammar  में बहुत मदद करेगा । वो Topic है आपका संधि और समास  में अंतर । दोस्तों, में आपको संधि और समास में अंतर बताऊंगा जिसे आप काफी अच्छे से जानेंगे और बहुत आसान भाषा में समझ जाओगे । तो आपको में इनके बीच अंतर बताता हूं -       संधि का शाब्दिक अर्थ होता है मेल। संधि में उच्चारण के नियमों का विशेष महत्व होता है। इसमें दो वर्ण होते हैं इसमें कहीं पर एक तो कहीं पर दोनों वर्णों में परिवर्तन हो जाता है और कहीं पर तीसरा वर्ण भी आ जाता है। संधि किये हुए शब्दों को तोड़ने की क्रिया विच्छेद कहलाती है। संधि में जिन शब्दों का योग होता है उनका मूल अर्थ नहीं बदलता। जैसे – पुस्तक +आलय = पुस्तकालय।              सन्धि और समास में अन्तर संधि-समास में अंतर सन्धि  और  समास  का अन्तर इस प्रकार है- (i) समास में दो पदों का योग होता है; किन्तु सन्धि में दो वर्णो का। (ii) समास में पदों के प्रत्यय समाप्त कर दिये जाते है। सन्धि के लिए दो वर्णों के मेल